Laxmi Ji Ki Aarti | लक्ष्मी जी की आरती: देवी लक्ष्मी की पूजा के लिए एक बहुत ही पवित्र दिन चैत्र शुक्ल पंचमी को पड़ता है, जिसे लक्ष्मी पंचमी, श्री पंचमी, कल्पदी और श्री व्रत भी कहा जाता है। चूंकि यह पूजा हिंदू नव वर्ष के पहले सप्ताह में होती है, इसलिए हिंदू कैलेंडर के अनुसार इसे बहुत शुभ माना जाता है। नमस्कार दोस्तों, अगर आप Laxmi Ji Ki Aarti की तलाश कर रहे हैं तो आप सही जगह पर पहुंचे हैं। इस लेख में आपको Laxmi Ji Ki Aarti हिंदी में मिलेगी।
Laxmi Ji Ki Aarti
महालक्ष्मी नमस्तुभ्यं,
नमस्तुभ्यं सुरेश्वरि ।
हरि प्रिये नमस्तुभ्यं,
नमस्तुभ्यं दयानिधे ॥
पद्मालये नमस्तुभ्यं,
नमस्तुभ्यं च सर्वदे ।
सर्वभूत हितार्थाय,
वसु सृष्टिं सदा कुरुं ॥
ॐ जय लक्ष्मी माता,
मैया जय लक्ष्मी माता ।
तुमको निसदिन सेवत,
हर विष्णु विधाता ॥
उमा, रमा, ब्रम्हाणी,
तुम ही जग माता ।
सूर्य चद्रंमा ध्यावत,
नारद ऋषि गाता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता…॥
दुर्गा रुप निरंजनि,
सुख-संपत्ति दाता ।
जो कोई तुमको ध्याता,
ऋद्धि-सिद्धि धन पाता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता…॥
तुम ही पाताल निवासनी,
तुम ही शुभदाता ।
कर्म-प्रभाव-प्रकाशनी,
भव निधि की त्राता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता…॥
जिस घर तुम रहती हो,
ताँहि में हैं सद्गुण आता ।
सब सभंव हो जाता,
मन नहीं घबराता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता…॥
तुम बिन यज्ञ ना होता,
वस्त्र न कोई पाता ।
खान पान का वैभव,
सब तुमसे आता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता…॥
शुभ गुण मंदिर सुंदर,
क्षीरोदधि जाता ।
रत्न चतुर्दश तुम बिन,
कोई नहीं पाता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता…॥
महालक्ष्मी जी की आरती,
जो कोई नर गाता ।
उँर आंनद समाता,
पाप उतर जाता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता…॥
ॐ जय लक्ष्मी माता,
मैया जय लक्ष्मी माता ।
तुमको निसदिन सेवत,
हर विष्णु विधाता ॥
Laxmi Mata Aarti in English
Mahalakshmi Namastubhyam,
Namastubhyam Sureshvari ।
Hari Priye Namastubhyam,
Namastubhyam Dayanidhe ॥
Padmalaye Namastubhyam,
Namastubhyam Cha Sarvade ।
Sarvbhoot Hitarthay,
Vasu Srashtin Sada Kurum ॥
Om Jai Lakshmi Mata,
Maiya Jai Lakshmi Mata ।
Tumako Nishidin Sevat,
Hari Vishnu Vidhata ॥
Uma Rama Brahmani,
Tum Hi Jag-Mata ।
Surya Chandrama Dhyavat,
Narad Rishi Gata ॥
॥Om Jai Lakshmi Mata…॥
Durga Roop Niranjani,
Sukh Sampatti Data ।
Jo Koi Tumako Dhyavat,
Riddhi-Siddhi Dhan Pata ॥
॥Om Jai Lakshmi Mata…॥
Tum Patal-Nivasini,
Tum Hi Shubhdata ।
Karma-Prabhav-Prakashini,
Bhavanidhi Ki Trata ॥
॥Om Jai Lakshmi Mata…॥
Jis Ghar Mein Tum Rahti,
Sab Sadgun Aata ।
Sab Sambhav Ho Jata,
Man Nahi Ghabrata ॥
॥Om Jai Lakshmi Mata…॥
Tum Bin Yagya Na Hote,
Vastra Na Koi Pata ।
Khan-Pan Ka Vaibhav,
Sab Tumase Aata ॥
॥Om Jai Lakshmi Mata…॥
Shubh-Gun Mandir Sundar,
Kshirodadhi Jata ।
Ratna Chaturdash Tum Bin,
Koi Nahi Pata ॥
॥Om Jai Lakshmi Mata…॥
Mahalakshmi Ji Ki Aarti,
Jo Koi Jan Gata ।
Ur Anand Samata,
Paap Utar Jata ॥
॥Om Jai Lakshmi Mata…॥
Om Jai Lakshmi Mata,
Maiya Jai Lakshmi Mata ।
Tumako Nishidin Sevat,
Hari Vishnu Vidhata ॥
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लोगों क़े पूछे जाने वाले सवाल ?
FAQ
Lakshmi Mata ki aarti kaise kare ?
लक्ष्मी माता की आरती कैसे करें?
- उमा, रमा, ब्रम्हाणी,
- तुम ही जग माता ।
- सूर्य चद्रंमा ध्यावत,
- नारद ऋषि गाता ॥ ॥ ॐ जय Lakshmi माता…॥ दुर्गा रुप निरंजनि, सुख-संपत्ति दाता । …
- तुम ही पाताल निवासनी,
- तुम ही शुभदाता ।
- कर्म-प्रभाव-प्रकाशनी,
- भव निधि की त्राता ॥ ॥ ॐ जय Lakshmi माता…॥ जिस घर तुम रहती हो,
Lakshmi Ji ka Mantra kya hai ?
महालक्ष्मी का मंत्र कौन सा है?
Kya karne se Lakshmi ghar mein Aati Hai ?
क्या करने से लक्ष्मी घर में आती है?
प्रतिदिन सुबह उठकर अपने घर की साफ-सफाई करने के बाद स्नान करने के बाद शुद्ध घी का दीपक जलाना चाहिए। ज्योतिष के अनुसार, ऐसा करने से घर में देवी-देवताओं का वास होता है और Lakshmi माता की कृपा बनी रहती है।
Devi Lakshmi ka Aashirwad Kaise Milta Hai ?
मां लक्ष्मी का आशीर्वाद कैसे मिलता है?
दिवाली के दिन यह उपाय करने से मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है. दिवाली के दिन घर में मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की विधिवत पूजा करने के बाद मां Lakshmi को चने की दाल अर्पित करें. पूजा खत्म होने के बाद उस दाल के पीपल के पेड़ पर चढ़ा दें. ऐसा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं.
Devi Lakshmi ko kaun sa Rang pasand hai ?
माता लक्ष्मी को कौन सा फल पसंद है?
लक्ष्मी माता को प्रिय होने के कारण नारियल को श्रीफल कहा जाता है। नारियल कई परत में होने के कारण इसे अत्यंत शुद्ध और पवित्र माना जाता है। इसलिए मां Lakshmi से जुड़ी प्रत्येक पूजा में श्रीफल का भोग लगाना अनिवार्य होता है।
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