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Bhagwat Katha PDF | भागवत कथा PDF

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Bhagwat Katha Pdf

Bhagwat Katha Pdf

Bhagwat Katha PDF: shrimad bhagwat katha pdf bhagwat katha in hindi pdf श्रीमद भागवत महापुराण Bhagwat Katha Pdf में भगवान विष्णु के 24 अवतारों को भी बताया गया है, जब-जब धरती पर अत्याचार बढता है, और जब-जब धरती पर अधर्म बढ़ता है और भक्तो का प्रेम और पुकार सीमा से आगे निकल जाता है तब धर्म की स्थापना के लिए धरती पर भगवान को अवतार लेना पड़ता है, श्रीमद्भागवत पुराण में भगवान श्री कृष्ण के सारे लीलाओ के बारे में लिखा गया है.

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Contents

Shrimad Bhagwat Katha PDF Download

दोस्तों मैंने जो आपको श्रीमद् भागवत कथा की Bhagwat Katha PDF दी है उसके बारे में मैंने बताया है कि पुस्तक किस भाषा में है और वह कितने MB की है कितने उसने कुल पेज हैं इस तरीके से जो भी डिटेल मुझे मिली है मैं सभी डिटेल्स के बारे में बताया हूं तो दोस्तों आप भी यदि Shrimad Bhagwat Katha In Hindi PDF को डाउनलोड करना चाहते हैं तो यहां से पीडीएफ को डाउनलोड कर सकते हैं

पुस्तक का नामश्रीमद भागवत कथा | Shrimad Bhagwat Katha PDF Hindi
पुस्तक का लेखकअनाम / Anonymous
पुस्तक की भाषाहिंदी | Hindi
पुस्तक का आकार23 MB
पुस्तक में कुल पृष्ठ977
पुस्तक की श्रेणीReligion & Spirituality.
Website Namehttps://aartipdf.com/

 Bhagwat Katha PDF श्रीमद भागवत कथा | Shrimad Bhagwat Katha In Hindi PDF Download 

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 Bhagwat Katha PDF 

श्रीमद्भागवत पुराण क्या है ?

Bhagwat Katha PDF पुराण 18 पुराणों में से पाँचवा प्रमुख पुराण है, नारद मुनि जी के प्रेरणा से महर्षि वेदव्यास जी ने समस्त पुराण, वेदांत और वेदों में प्रकाश डालने के बाद श्रीमद्भागवत पुराण लिखा था, इसमें 12 अलग-अलग स्कन्द, 335 अध्याय और लगभग 18 हजार श्लोक शामिल है

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महर्षि वेदव्यास के बेटे श्री सुखदेव जी ने सर्वप्रथम श्रीमद्भागवत पुराण ‘राजा परीक्षित’ को सुनाया था, राजा परीक्षित को श्रृंगी ऋषि द्वारा तक्ष्प नाग द्वारा काटने का श्राप मिला था, श्रीमद्भागवत पुराण पढने या सुनने पर हमें भगवान श्री कृष्ण के बचपन के बारे में जानने या सुनने को मिलता है, उसमे बल लीला बहुत ही अद्भुत है

श्रीमद्भागवत पुराण क्यों पढना चाहिए ?

आज हमारा जीवन बहुत ही व्यस्त हो गया है, ऐसा नही है की पहले के लोगो का जीवन व्यस्त्पूर्ण नही था, लेकिन उनके जीवन में व्यस्तता के साथ ही धैर्य और संतोष भी था, समय के साथ इन्सान की जरूरते भी बदलती गयी, हम सभी जीवन जीने का सही ढंग भूलते जा रहे है, श्रीमद्भागवत पुराण हमें सही जीवन जीने का ढंग सीखाती है

श्रीमद्भागवत पुराण में हमें जीव जंतु से प्रेम करना सिखाया गया है क्योकि प्रेम ही श्रृष्टि का आधार है, और स्वार्थ इन्सान को विनाश की तरफ ले जाता है, कर्तव्यपूर्ण कर्म में ही जीवन है, श्रीमद्भागवत पुराण हमें बार-बार मरने से बचाती है, जब-जब हमे जीवन का लक्ष्य समझ नही आता तब-तब हमे लक्ष्य हासिल करने के लिए बार-बार जन्म लेना पड़ेगा

श्रीमद्भागवत पुराण पढने से हमे यह शिक्षा मिलती है की जब सब साथ छोड़ देते है, जब आप अपना सबकुछ उस पूर्ण परमात्मा के उपर छोड़ देते है, तब भगवान सही कृष्ण आपके कष्टों के पहाड़ उठा लेते है, और आपकी हर परिस्थिति में रक्षा करते है, श्रीमद्भागवत पुराण में आपके सभी प्रश्नों का जवाब है |

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भागवत कथा पढ़ने से क्या होता है?

भगवान की विभिन्न कथाओं का सार श्रीमद‌् भागवत मोक्ष दायिनी है। इसके श्रवण से परीक्षित को मोक्ष की प्राप्ति हुई और कलियुग में आज भी इसका प्रत्यक्ष प्रमाण देखने को मिलते हैं। श्रीमदभागवत कथा सुनने से प्राणी को मुक्ति प्राप्त होती है ।

भागवत कथा का सार क्या है?

श्रीमद् भागवत कथा पुराण में सभी ग्रन्थों का सार है और यही एक ऐसा ग्रन्थ है जिसमें भगवान की सभी लीलाओं का वर्णन किया गया है। यह बाते हम सभी जानते हैं और हर कथाओं में सुनने को भी मिलती है मगर कथा श्रवण के बाद उस पर अमल करने से ही पुण्य प्राप्त होता है।

श्रीमद् भागवत कथा में कितने अध्याय हैं?

भागवत में 18 हजार श्लोक, 335 अध्याय तथा 12 स्कन्ध हैं।

भागवत कैसे पढ़ी जाती है?

गीता पढ़ते समय पूर्ण ध्यान लगाएं। …
गीता का पाठ करने के लिए एक ऊनी आसन लें। …
यदि आप गीता का पाठ करते हैं तो स्वयं ही उसके रख-रखाव और साफ-सफाई का ध्यान रखें।
प्रतिदिन एक निश्चित समय और निश्चित स्थान पर ही गीता का पाठ करें। …
गीता के प्रत्येक श्लोक को पढ़ने के पश्चात सही प्रकार से उसके सार को भी समझें।

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